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Monday, February 10, 2025

Mahashivratri Puja 2025 ,महाशिवरात्रि पूजा विधि मैं यह गलती मत करना?

पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि पर महादेव एवं माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस शिवरात्रि पर जो भी भक्त महादेव और माता पार्वती की पूजा और व्रत करते हैं। ऐसा माना जाता है? कि उन पर महादेव की कृपा हमेशा बनी रहती है। और उनके जीवन में सुख शांति और खुशहाली की कमी नहीं आती। 


महाशिवरात्रि की पूजा 2025 कैसे करना चाहिए साथ ही इसका शुभ मुहूर्त क्या है। और घर से ही पूजा कैसे करें इसकी जानकारी आपको दी जा रही है। 


mahashivratri ki puja vidhi 2025
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शिवरात्रि का व्रत और शुभ मुहूर्त


2025 में महाशिवरात्रि 26 फरवरी बुधवार को प्रातः 11:08 से 27 फरवरी गुरुवार को प्रातः 8:54 मिनट तक है


चतुर्दशी तिथि का प्रदोष और निशिता काल 26 फरवरी है। इसलिए महाशिवरात्रि का ब्रत  26 फरवरी 2025 को रखा जायेगा। 


महाशिवरात्रि पूजा के लिए क्या क्या सामग्री(लिस्ट) चाहिए? 


  1. नारियल

  2. अगरबत्ती

  3. फूल

  4. अक्षत 

  5. बेलपत्र

  6. दूध

  7. दही 

  8. मीठी खीर 

  9. धूप 

  10. पंचामृत 

  11. धतूरा 

  12. दीपक 

  13. शहद 

  14. साफ वस्त्र

  15. जानेऊ

  16. गंगाजल 

  17. शक्कर

  18. सफेद चंदन 

  19. इत्र ,लौंग ,इलायची 

  20. पान,सुपारी

  21. बेर, मौसमी फल

  22. भस्म 

  23. अभ्रक, हवन सामग्री

  24.  माता पार्वती के लिए श्रृंगार 

(Mahashivratri Puja 2025) महाशिवरात्रि पूजा विधि 2025


1. महाशिवरात्रि के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठे और दिन की शुरुआत ईश्वर के नाम ध्यान से करें.


2. इसके बाद स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें

3. स्नान के बाद सूर्य देव को सबसे पहले जल अर्पित करें.


महाशिवरात्रि की पूजा कैसे करें
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4. इसके बाद माता पार्वती और शिव की प्रतिमा स्थापित करें.


5. इसके बाद एक पात्र में गंगाजल ,दूध और जल से शिवलिंग पर अभिषेक करें.

6. शिवलिंग पर अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर तिलक करें। 


7. इसके बाद महादेव को जनेऊ पहनाएं। 

8. भगवान शिव को बेलपत्र फूल अर्पित करें। 

9. भगवान शिव पर शहर दही चढ़ाये। 


10.पंचामृत शिवलिंग पर चढ़ाऐ। 

11. पान, सुपारी, अक्षत ,लौंग ,इलायची। 

12. धतूरा और इत्र का इस्तेमाल करें। 


इतना सब करने के बाद आपको एक दीपक जलाकर भगवान शिव की आरती करें इसके साथ ही कुछ महादेव शिव के मंत्रो का जाप करें। 


महाशिवरात्रि का महत्व क्यों मनाते हैं महाशिवरात्रि? 


हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि का  विशेष महत्व माना जाता है। कहा जाता है, कि भगवान शिव की रात्रि महाशिवरात्रि का अर्थ है। भगवान शिव की रात्रि धार्मिक मान्यता है, कि शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ तथा माता पार्वती का विवाह हुआ था।


इसलिए महाशिवरात्रि के दिन रात भर जाकर भगवान शिव और उनकी शक्ति माता पार्वती की आराधना करने से भक्तों पर शिव और मां पार्वती की विशेष कृपा होती है। 


महाशिवरात्रि के दिन व्रत करने से और महादेव माता पार्वती की पूजा करने से व्यक्तियों के जीवन में तमाम खुशियां आती हैं। साथ ही उनकी परेशानियां कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसा पौराणिक कथाओं  में कहा गया है।


डिस्क्लेमर:- यह जानकारी विभिन्न सोशल मीडिया साइट जैसे न्यूज़ चैनल ,पौराणिक कथा और कथा वाचक से ली गई है। दी गई जानकारी सत्य है इसका दावा नहीं किया जा सकता इसके लिए आप किसी विशेष एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं। 



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